कहानी 19
याकूब का बड़ा परिवार
ज़रा यह तसवीर देखिए। यहाँ आप याकूब और उसके 12 बेटों को देख सकते हैं। इनके अलावा, याकूब की कुछ बेटियाँ भी थीं। क्या आप याकूब के किसी बच्चे का नाम जानते हैं? नहीं? तो आइए उनके नाम जानें।
याकूब की पहली पत्नी लिआ ने रूबेन, शिमोन, लेवी और यहूदा को जन्म दिया। लेकिन याकूब की दूसरी पत्नी राहेल के तब तक एक भी बच्चा नहीं हुआ था। इस वजह से वह बहुत दुःखी रहती थी। तब उसने अपनी एक नौकरानी बिल्हा को याकूब के पास भेजा। और याकूब से बिल्हा के दो बेटे हुए। एक का नाम था दान और दूसरे का नप्ताली। फिर लिआ ने भी अपनी एक नौकरानी जिल्पा को याकूब के पास भेजा। जिल्पा ने दो बेटों को जन्म दिया, गाद और आशेर। इसके बाद लिआ के दो और बेटे हुए, जिनका नाम था इस्साकार और जबूलून।
आखिर में राहेल भी माँ बनी। उसने अपने बेटे का नाम यूसुफ रखा। यूसुफ आगे चलकर एक बहुत बड़ा आदमी बना। हम उसके बारे में आगे की कहानियों में और ज़्यादा सीखेंगे। याकूब के ये 11 बेटे हारान में पैदा हुए, जब वह राहेल के पिता लाबान के साथ रहता था।
याकूब की कुछ बेटियाँ भी थीं, लेकिन बाइबल में सिर्फ एक का नाम दिया गया है। वह है दीना।
एक दिन याकूब ने तय किया कि अब वह लाबान के साथ नहीं रहेगा। वह वापस कनान देश जाएगा। इसलिए उसने अपने परिवार और अपने सभी जानवरों, जैसे कि भेड़-बकरियों और गायों को इकट्ठा किया और कनान जाने के लिए चल दिया।
कनान देश पहुँचने के कुछ समय बाद, याकूब का परिवार एक जगह से दूसरी जगह जा रहा था कि तभी रास्ते में राहेल ने एक और बेटे को जन्म दिया। उस वक्त राहेल को बहुत दर्द हुआ और वह मर गयी। लेकिन बच्चा बिलकुल ठीक था। याकूब ने उसका नाम बिन्यामीन रखा।
हमें याकूब के 12 बेटों के नाम याद रखना चाहिए, क्योंकि उन्हीं से इस्राएल जाति बनी। इस्राएल के 12 गोत्रों के नाम याकूब के 10 बेटों और यूसुफ के 2 बेटों के नाम पर रखे गए। याकूब के लड़के पैदा होने के कई सालों बाद तक याकूब का पिता इसहाक ज़िंदा था। जब इसहाक अपने सारे पोतों को देखता होगा, तो उसे कितनी खुशी होती होगी। लेकिन अब आइए देखें कि इसहाक की पोती दीना के साथ क्या हुआ।