कहानी 54
सबसे ताकतवर आदमी
क्या आपको अब तक के सबसे ताकतवर आदमी का नाम मालूम है? उसका नाम है शिमशोन। वह एक न्यायी था। शिमशोन को ताकत देनेवाला यहोवा परमेश्वर था। यहोवा ने उसके पैदा होने से पहले ही उसकी माँ से कहा था: ‘जल्द ही तुझे एक बेटा पैदा होगा। वह इस्राएलियों को पलिश्तियों से बचाएगा।’ ये पलिश्ती कौन थे?
पलिश्ती, कनान देश के ही रहनेवाले थे। वे बहुत बुरे लोग थे। उनमें से कई लोग लड़ाई करने में माहिर थे। वे इस्राएलियों को बहुत सताते थे। एक बार शिमशोन उस जगह गया जहाँ पलिश्ती रहते थे। रास्ते में उस पर एक बड़े-से शेर ने हमला किया। उस वक्त शिमशोन के पास कोई हथियार नहीं था, फिर भी उसने शेर को मार डाला। बाद में उसने कई पलिश्ती लोगों को भी मार डाला।
कुछ समय बाद, शिमशोन दलीला नाम की एक औरत से प्यार करने लगा। तब पलिश्तियों के बड़े-बड़े लोगों ने दलीला से कहा, ‘अगर तुम शिमशोन की ताकत का राज़ पता लगाकर हमें बता सको, तो हममें से हरेक तुम्हें इनाम में चाँदी के 1,100 सिक्के देगा।’ यह सुनकर दलीला के मन में लालच पैदा हो गया। वह न तो शिमशोन से प्यार करती थी और ना ही परमेश्वर के लोगों से। इसलिए वह शिमशोन से बार-बार पूछने लगी कि उसकी ताकत का राज़ क्या है।
आखिरकार, दलीला शिमशोन से उसकी ताकत का राज़ उगलवाने में कामयाब हो गयी। शिमशोन ने उसे बताया: ‘जब मैं पैदा हुआ, तभी परमेश्वर ने मुझे अपना खास सेवक या नाज़ीर चुन लिया था। आज तक मेरे बाल कभी नहीं काटे गए। अगर मेरे बाल काट दिए जाएँ, तो मेरी ताकत खत्म हो जाएगी।’
यह सुनने के बाद, दलीला ने शिमशोन को अपनी गोद में सुला लिया। फिर उसने चुपके से एक आदमी को अंदर बुलाया और शिमशोन के बाल कटवा दिए। जब शिमशोन की आँख खुली, तो उसने देखा कि उसके शरीर में अब पहले जैसी ताकत नहीं रही। पलिश्तियों ने अंदर आकर फौरन उसे पकड़ लिया। उन्होंने उसकी दोनों आँखें फोड़ दीं और उसे अपना गुलाम बना लिया।
एक दिन पलिश्तियों ने अपने देवता दागोन की पूजा में एक बहुत बड़ी दावत रखी। उस दावत में करीब 3,000 पलिश्ती आए हुए थे। उन्होंने शिमशोन को भी जेल से बाहर निकाला और उसे पूजा की जगह पर ले आए, ताकि उसका मज़ाक उड़ा सकें। उस समय तक, शिमशोन के बाल फिर से बढ़ गए थे। पूजा की जगह पर शिमशोन ने उस लड़के से, जो उसका हाथ पकड़े हुए था, कहा: ‘मुझे उन खंभों को छूने दे, जिन पर यह मकान टिका है।’ फिर शिमशोन ने यहोवा से प्रार्थना में ताकत माँगी और खंभों पर अपने हाथ रखे। वह चिल्लाया: ‘इन पलिश्तियों के साथ मुझे भी मर जाने दो।’ फिर शिमशोन ने खंभों पर पूरा ज़ोर लगाया। इससे खंभे टूट गए और पूरा मकान गिर गया। वहाँ मौजूद सारे पलिश्ती उसके नीचे दबकर मर गए।