एक इंसान अपने पापों के लिए यह बलि चढ़ाता था। यह इसलिए चढ़ायी जाती थी ताकि पाप करने पर एक इंसान ने करार के मुताबिक जो हक खो दिए हैं, उन्हें वापस पा सके और वह सज़ा से बच जाए। इस मायने में यह बलि दूसरे पाप-बलियों से थोड़ी अलग थी।—लैव 7:37; 19:22; यश 53:10.