न्याय का दिन
एक खास दिन या दौर जब किसी समूह, राष्ट्र या इंसानों से परमेश्वर हिसाब लेता है और फैसला सुनाता है। यह वह वक्त भी हो सकता है जब ऐसे लोगों को सज़ा दी जाती है जिन्हें मौत की सज़ा सुनायी गयी है या कुछ लोगों को बचने का मौका दिया जाता है। यीशु मसीह और उसके प्रेषितों ने भविष्य में आनेवाले “न्याय के दिन” के बारे में बताया जिसमें न सिर्फ ज़िंदा लोगों का बल्कि उनका भी न्याय होगा जो बीते ज़माने में मर चुके हैं।—मत 12:36.