नेकी
सही या सच्चा न्याय क्या है, यह तय करने का अधिकार सिर्फ किसे है?
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इससे जुड़े किस्से:
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उत 18:23-33—यहोवा ने अब्राहम को दिखाया कि वह एक सच्चा न्यायी है
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भज 72:1-4, 12-14—इस भजन में परमेश्वर के राज के राजा की तारीफ की गयी है, क्योंकि वह भी यहोवा की तरह नेक है
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यहोवा के नेक स्तरों के मुताबिक जीने से हमें क्या फायदे होते हैं?
भज 37:25, 29; याकू 5:16; 1पत 3:12
ये भी देखें: भज 35:24; यश 26:9; रोम 1:17
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इससे जुड़े किस्से:
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अय 37:22-24—एलीहू ने यहोवा की तारीफ करते हुए कहा कि वह एक नेक परमेश्वर है और वह इतना महान है कि उसके सेवक उसका गहरा आदर करते हैं
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भज 89:13-17—इस भजन के लिखनेवाले ने यहोवा की तारीफ की क्योंकि वह हमेशा नेकी से राज करता है
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परमेश्वर के नेक स्तरों को पहली जगह देने का क्या मतलब है?
यहे 18:25-31; मत 6:33; रोम 12:1, 2; इफ 4:23, 24
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इससे जुड़े किस्से:
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उत 6:9, 22; 7:1—नूह से यहोवा ने जो-जो करने के लिए कहा उसने वह सब किया और इस तरह उसने दिखाया कि वह नेक है
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रोम 4:1-3, 9—यहोवा ने अब्राहम को नेक समझा क्योंकि अब्राहम को उस पर बहुत विश्वास था
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हमें क्यों यहोवा से प्यार होने की वजह से नेक काम करने चाहिए, ना कि लोगों को दिखाने के लिए?
मत 6:1; 23:27, 28; लूक 16:14, 15; रोम 10:10
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इससे जुड़े किस्से:
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मत 6:1; 23:27, 28; लूक 16:14, 15; रोम 10:10—यीशु ने लोगों से कहा कि उन्हें नेक काम करने चाहिए, पर शास्त्रियों और फरीसियों की तरह नहीं जो कपटी हैं
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लूक 18:9-14—यीशु ने एक उदाहरण देकर उन लोगों को सुधारा जो खुद को दूसरों से ज़्यादा धर्मी दिखाते हैं
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अच्छाई या भलाई क्यों नेकी से बढ़कर है?
ये भी देखें: लूक 6:33-36; प्रेष 14:16, 17; रोम 12:20, 21; 1थि 5:15
हमें क्यों यह दिखाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए कि हम बहुत नेक हैं या हम दूसरों से ज़्यादा नेक हैं?