ज़रूरत एक नयी दुनिया की
संयुक्त राष्ट्र नाम का संगठन पूरी दुनिया में शांति लाने की कोशिश करता है। उसके एक बड़े अधिकारी का कहना है, “दुनिया की हालत बहुत खराब है।” आपको क्या लगता है?
हर कहीं बुरी खबरें सुनने को मिलती हैं, जैसे:
बीमारियाँ और महामारियाँ कहर ढा रही हैं
बाढ़-भूकंप तबाही मचा रहे हैं
गरीबी और खाने की कमी है
प्रदूषण और पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है
अपराध, खून-खराबा और भ्रष्टाचार हो रहा है
युद्ध लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं
हम सब चाहते हैं कि दुनिया अच्छी हो जाए और . . .
कोई बीमार न हो
किसी बात का डर न हो
भरपूर खाना हो
हवा-पानी साफ हो
अन्याय न हो
हर कहीं शांति हो
बहुत जल्द दुनिया के हालात बेहतर हो जाएँगे। तब सबकुछ कैसा होगा?
जिस धरती पर आज हम रहते हैं, क्या वह नष्ट हो जाएगी?
जब दुनिया नयी हो जाएगी, तो वहाँ जीने के लिए हमें क्या करना होगा?
ईश्वर ने पवित्र शास्त्र बाइबल में इस बारे में बताया है। प्रहरीदुर्ग के इस अंक में हम एक-एक करके इन सवालों के जवाब जानेंगे।