पहले पेज का विषय | स्वर्गदूत—उनके बारे में जानना क्यों ज़रूरी है?
क्या दुष्ट स्वर्गदूत भी होते हैं?
जी हाँ, दुष्ट स्वर्गदूत भी होते हैं। वे कहाँ से आए? हमने देखा था कि परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपने फैसले खुद करने की आज़ादी दी थी। पहले स्त्री-पुरुष, आदम और हव्वा को बनाए जाने के कुछ ही समय बाद एक परिपूर्ण स्वर्गदूत ने अपनी इस आज़ादी का गलत इस्तेमाल किया। उसने आदम और हव्वा को परमेश्वर की आज्ञा तोड़ने के लिए बहकाया और इस तरह धरती पर विद्रोह शुरू किया। (उत्पत्ति 3:1-7; प्रकाशितवाक्य 12:9) विद्रोह करने से पहले इस स्वर्गदूत का नाम या ओहदा क्या था, इस बारे में बाइबल में कुछ नहीं बताया गया। लेकिन विद्रोह करने के बाद बाइबल में उसे एकदम सही तरह से पुकारा गया है। एक तो उसे ‘शैतान’ कहा गया, जिसका मतलब है “विरोधी” और दूसरा ‘इबलीस,’ जिसका मतलब है “बदनाम करनेवाला।”—मत्ती 4:8-11.
दुख की बात है कि परमेश्वर के खिलाफ विद्रोह वहीं खत्म नहीं हुआ। नूह के दिनों में कुछ स्वर्गदूतों ने अपना परिवार छोड़ दिया यानी स्वर्ग में “वह जगह छोड़ दी जहाँ उन्हें रहना था।” वे नीचे धरती पर आए और उन्होंने इंसानों का रूप धारण कर स्त्रियों के साथ संबंध रखे। यह बहुत ही घिनौना काम था, क्योंकि वे इसके लिए नहीं बनाए गए थे।—यहूदा 6; उत्पत्ति 6:1-4; 1 पतरस 3:19, 20.
इन दुष्ट स्वर्गदूतों का अंजाम क्या हुआ? जब परमेश्वर इस धरती पर हो रही बुराई मिटाने के लिए जलप्रलय ले आया, तो ये स्वर्गदूत अपना रूप बदलकर स्वर्ग लौट गए। लेकिन परमेश्वर ने उन्हें स्वर्ग में “उस जगह” पर नहीं रहने दिया, जो पहले उनकी थी। इसके बजाय परमेश्वर ने उन्हें “घोर अंधकार” में फेंक दिया। इसका मतलब है कि अब वे परमेश्वर की नज़र में बहुत गिरी हुई दशा में थे। उनकी इस दशा को तारतरस भी कहा गया है। (यहूदा 6; 2 पतरस 2:4) ये स्वर्गदूत शैतान के साथ हो लिए। शैतान को बाइबल में ‘दुष्ट स्वर्गदूतों का राजा’ कहा गया है, जो “रौशनी देनेवाले स्वर्गदूत का रूप धारण करता है।”—मत्ती 12:24; 2 कुरिंथियों 11:14.
बाइबल बताती है कि 1914 से परमेश्वर का राज स्वर्ग में शुरू हो चुका है, जिसका राजा मसीह यीशु है। a इस अहम घटना के बाद ही शैतान और उसके दुष्ट स्वर्गदूतों को स्वर्ग से खदेड़ दिया गया और अब वे धरती पर सीमित होकर रह गए हैं। आज जिस तरह बुराई और अनैतिकता बढ़ती जा रही है, उससे पता चलता है कि ये दुष्ट स्वर्गदूत कैसे बदला लेने और तबाही मचाने पर तुले हुए हैं।—प्रकाशितवाक्य 12:9-12.
यह दुनिया जिस तरह हिंसा और बदचलनी के दलदल में धँसती जा रही है, वह इस बात का भी सबूत है कि जल्द ही इन दुष्ट स्वर्गदूतों का आतंक खत्म हो जाएगा। बहुत जल्द ये बेरहम स्वर्गदूत किसी का कुछ नहीं बिगाड़ पाएँगे। जब परमेश्वर के राज को धरती पर शासन करते हुए 1,000 साल हो जाएँगे, तब कुछ वक्त के लिए दुष्ट स्वर्गदूतों को यह मौका दिया जाएगा कि वे इंसानों को गुमराह करें। इंसानों की इस आखिरी परीक्षा के बाद इन दुष्ट स्वर्गदूतों का नामो-निशान मिटा दिया जाएगा।—मत्ती 25:41; प्रकाशितवाक्य 20:1-3, 7-10.
a परमेश्वर के राज के बारे में और जानने के लिए बाइबल हमें क्या सिखाती है? नाम की किताब का अध्याय 8 पढ़ें। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है। यह www.dan124.com पर भी उपलब्ध है।