प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण जून 2016
इस अंक में 1-28 अगस्त, 2016 के लिए अध्ययन लेख दिए गए हैं।
यहोवा को आपकी “परवाह है”
आप क्यों यकीन रख सकते हैं कि परमेश्वर को आपमें दिलचस्पी है? सबूतों पर गौर कीजिए।
यहोवा हमारा कुम्हार है—क्या आप इसकी कदर करते हैं?
परमेश्वर उन्हें किस आधार पर चुनता है, जिन्हें वह ढालता है? वह उन्हें क्यों ढालता है? वह उन्हें कैसे ढालता है?
क्या आप महान कुम्हार के हाथों ढलने के लिए तैयार रहते हैं?
कौन-से गुण होने से हम परमेश्वर के हाथों में नरम मिट्टी की तरह बने रह सकते हैं?
आपने पूछा
यहेजकेल दर्शन में देखता है कि एक आदमी के पास दवात है और छः आदमियों के पास घात करनेवाले हथियार। ये आदमी किसे दर्शाते हैं?
“यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है”
किस मायने में परमेश्वर “एक ही है” और हम कैसे दिखा सकते हैं कि हम सिर्फ उसी की भक्ति करते हैं, जो “एक ही है”?
दूसरों की खामियों से ठोकर मत खाइए
पुराने ज़माने में, परमेश्वर के वफादार सेवकों ने ऐसी बातें कहीं या ऐसे काम किए जिससे दूसरों को ठेस पहुँची। बाइबल में दी इन मिसालों से हम क्या सीख सकते हैं?
परमेश्वर का एक गुण हीरे से भी अनमोल
यह गुण होना, किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं।
क्या आपको याद है?
क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ पढ़ी हैं? देखिए आपको कितना याद है।