“मुझे और जानना ही होगा”
“मुझे और जानना ही होगा”
पिछले साल एक स्त्री ने पत्र लिखा: “मैंने डाक के ज़रिए परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है? ब्रोशर मँगवाया और यह मुझे कल मिला।” वह बताती है कि पहले उसे ब्रोशर के दो इश्तहार मिले थे। वह कहती है: “मैं इस ब्रोशर के लिए बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी क्योंकि मुझे उन इश्तहारों को पढ़कर लगा कि मुझे और जानना ही होगा। ब्रोशर पाने के बाद, मौका मिलते ही मैंने उसे पढ़ना शुरू कर दिया। आपके ब्रोशर में लिखी सभी बातें बाइबल से हैं और मुझे सब सही लगीं।”
आखिर में वह लिखती है: “जो मैंने पढ़ा है, उसके मुताबिक मैं जल्द-से-जल्द कदम उठाना चाहती हूँ।”
हमें विश्वास है कि आप भी इस 32 पेजवाले ब्रोशर, परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है? से ज़रूर फायदा पाएँगे। इसमें “यीशु मसीह कौन है?” जैसे दिलचस्प पाठ के अलावा दूसरे पाठ भी हैं, जैसे “परमेश्वर कौन है?,” “पृथ्वी के लिए परमेश्वर का उद्देश्य क्या है?,” और “परमेश्वर का राज्य क्या है?” अगर आप और जानकारी चाहते हैं, तो कृपया साथ में दिए कूपन को भरकर पेज 5 पर दिए किसी भी नज़दीकी पते पर यहोवा के साक्षियों को भेज दीजिए। (g02 09/08)
□ परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है? इस ब्रोशर के बारे में मुझे और भी जानकारी भेजिए।
□ मुझे घर पर मुफ्त बाइबल अध्ययन कराने के लिए मुझसे मिलिए।