प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2000 सुसमाचार की किताबें—विवादों से घिरी हुईं सुसमाचार की कहानी—सच्ची या झूठी? आज परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन पर ध्यान दें परमेश्वर की भविष्यवाणी के वचन पर विश्वास रखिए! “अपने मन की रक्षा कर” परमेश्वर के भवन में सदाबहार जैतून बाइबल पढ़कर भारत में लोगों का विश्वास मज़बूत हुआ पक्षपाती टीचर से खफा माता-पिता क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2000 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2000 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 15 मई, 2000 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/1add6d1d93/images/cvr_placeholder.jpg