आप परमेश्वर से क्या पूछना चाहेंगे?
आप परमेश्वर से क्या पूछना चाहेंगे?
पृथ्वी-भर के लोगों के पास जीवन के बारे में कई गंभीर सवाल हैं। क्या आपके पास भी ऐसे ही सवाल हैं? कई लोगों ने अपने सवाल धार्मिक गुरुओं से पूछे हैं मगर उनके जवाब से उन्हें तसल्ली नहीं मिली है। औरों ने इन सवालों पर खुद ही विचार किया है। कुछ लोगों ने मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना की है। क्या यह संभव है कि परमेश्वर से ऐसे मुद्दों के बारे में जवाब मिले जो आपको उलझन में डाल देते हैं? कई लोग कहते हैं कि वे परमेश्वर से कुछ इस तरह के सवाल पूछना चाहते हैं।
परमेश्वर, आप दरअसल कौन हैं?
एक इंसान का परमेश्वर के बारे में जैसा नज़रिया है, उसमें उसकी संस्कृति, उसके माता-पिता के धर्म, और शायद उसके खुद के चुनाव का बहुत बड़ा हाथ रहता है। कुछ लोग परमेश्वर को एक नाम देते हैं तो दूसरे उसे सिर्फ ईश्वर कहकर पुकारते हैं। क्या नाम होने-न-होने से कोई फर्क पड़ता है? क्या ऐसा हो सकता है कि सिर्फ एक ही सच्चा परमेश्वर है जो हमें अपना नाम और अपने बारे में साफ-साफ बताए?
इतनी दुःख-तकलीफें क्यों हैं?
अगर एक इंसान की लापरवाह या बदचलन ज़िंदगी उसके स्वास्थ्य को तबाह कर देती है या उसे गरीब बना देती है तो हो सकता है कि वह अपना दुखड़ा रोए। मगर शायद वह अच्छी तरह जानता हो कि इन दुःखों के लिए वही ज़िम्मेदार है।
मगर दूसरी तरफ, ऐसे कई लोग हैं जो बहुत ही ज़्यादा दुःख-तकलीफें सहते हैं जबकि इसमें उनकी कोई गलती नहीं होती। कुछ लोग लंबे समय तक बीमार रहते हैं। औरों के हालात इतने बुरे होते हैं कि सिर पर छत और परिवार के लिए भर-पेट खाने का इंतज़ाम करना एक संघर्ष होता है। करोड़ों लोग, अपराध, युद्ध, अंधाधुंध हिंसा, प्राकृतिक विपत्तियों, या अधिकारियों के हाथों अन्याय के शिकार होते हैं।
तभी तो कई ये सवाल करते हैं: ‘हर तरफ इस तरह के हालात क्यों हैं? क्यों परमेश्वर इन सारी दुःख-तकलीफों को अनुमति देता है?’
मैं यहाँ क्यों हूँ? मेरे जीने का मकसद क्या है?
ऐसे सवाल उस इंसान के दिमाग में आते हैं जो अपने रोज़मर्रा के कामों से पूरी तरह खुश नहीं है और यह बात कई लोगों के बारे में सच है। इसके अलावा, और भी लाखों लोग यह विश्वास करते हैं कि हर इंसान की ज़िंदगी को किसी-न-किसी तरह परमेश्वर ने पूर्व निर्धारित किया है। लेकिन क्या यह सच है? अगर परमेश्वर के पास वाकई आपके लिए एक खास उद्देश्य है, तो बेशक आप उसके बारे में जानना चाहेंगे।
दुनिया में बहुत-सी किताबें हैं, मगर सिर्फ एक ही किताब साफ-साफ कहती है कि वह परमेश्वर से प्रेरित है। जैसा आप पूरी मानवजाति के लिए परमेश्वर की तरफ से मिले संदेश के बारे में उम्मीद करेंगे, वैसे ही यह संदेश इस किताब में दिया है और यह दूसरी किताबों के मुकाबले सबसे ज़्यादा भाषाओं में उपलब्ध है। यह किताब है, पवित्र बाइबल। स्वर्ग और पृथ्वी का निर्माण करनेवाला परमेश्वर इसमें बताता है कि वह कौन है और उसका नाम क्या है। क्या आप वह नाम जानते हैं? क्या आप जानते हैं कि बाइबल, परमेश्वर की शख्सियत के बारे में क्या बताती है? क्या आपको पता है कि परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है और इसके बारे बाइबल क्या कहती है?
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पहला पेज: Chad Ehlers/Index Stock Photography
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पर्वत: Chad Ehlers/Index Stock Photography