प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 सितंबर, 2006 ‘नम्र लोग, पृथ्वी के अधिकारी होंगे’ “जैसी स्वर्ग में पूरी होती है, वैसे पृथ्वी पर भी हो” अय्यूब—धीरज और खराई की एक बेहतरीन मिसाल ‘तुमने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है’ भजन संहिता किताब के पाँचवें भाग की झलकियाँ “प्रार्थना के सुननेवाले” के पास कैसे आएँ ‘तुम्हारे निवेदन परमेश्वर के सम्मुख उपस्थित किए जाएं’ ‘मैंने सिर्फ नौ साल के सैमुएल की वजह से आपका संदेश सुना’ क्या आप चाहते हैं कि कोई आकर आपसे मिले? प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 सितंबर, 2006 प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 सितंबर, 2006 हिंदी प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण 1 सितंबर, 2006 https://assetsnffrgf-a.akamaihd.net/assets/ct/1add6d1d93/images/cvr_placeholder.jpg