प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण अगस्त 2014
इस अंक में 29 सितंबर से 26 अक्टूबर, 2014 के अध्ययन लेख दिए गए हैं।
क्या आपको ‘सही वक्त पर खाना’ मिल रहा है?
आध्यात्मिक तौर पर मज़बूत रहने के लिए क्या यह ज़रूरी है कि एक इंसान के पास विश्वासयोग्य दास के ज़रिए मुहैया कराए जानेवाले सभी साहित्य मौजूद हों
यहोवा के मकसद में स्त्रियों की क्या भूमिका है?
जानिए कि अदन के बाग में हुई बगावत का स्त्री-पुरुषों पर क्या असर हुआ। बीते समय में जीनेवाली कुछ वफादार स्त्रियों के उदाहरण पर गौर कीजिए। साथ ही, जानिए कि आज मसीही स्त्रियाँ परमेश्वर के काम में क्या भूमिका निभा रही हैं।
परमेश्वर के वचन का इस्तेमाल कीजिए—यह जीवित है!
सभी यहोवा के साक्षी प्रचार में असरदार होना चाहते हैं। कुछ कारगर सुझावों पर गौर कीजिए कि कैसे हम लोगों के साथ बातचीत करने के लिए परमेश्वर के ताकतवर वचन और ट्रैक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यहोवा हमारे करीब कैसे आता है?
हमें यहोवा के साथ एक करीबी रिश्ता बनाने की ज़रूरत है। जानिए कि फिरौती बलिदान और बाइबल कैसे साबित करते हैं कि यहोवा हमें अपनी तरफ खींचता है।
यहोवा की आवाज़ सुनिए, फिर चाहे आप जहाँ भी हों
जानिए कि यहोवा की आवाज़ सुनना और उससे बात करना कितना ज़रूरी है। यह लेख हमें यह देखने में मदद देगा कि शैतान और अपनी पापी फितरत की वजह से हम यहोवा की आवाज़ अनसुनी करने से कैसे दूर रह सकते हैं।
‘पश्चाताप कर लौट आ और अपने भाइयों को मज़बूत कर’
एक भाई जो एक वक्त पर प्राचीन के तौर पर सेवा किया करता था, लेकिन अब उसके पास यह सम्मान नहीं है, क्या वह दोबारा ‘निगरानी के पद की ज़िम्मेदारी पाने की कोशिश में आगे बढ़’ सकता है?
आपने पूछा
जब यीशु ने कहा कि जिन्हें मरे हुओं में से जी उठाया जाएगा “वे शादी नहीं करेंगे और पति या पत्नी नहीं बनेंगे,” तो क्या वह धरती पर होनेवाले पुनरुत्थान की बात कर रहा था?
अतीत के झरोखे से
“यूरेका ड्रामा” ने कई लोगों को बाइबल की सच्चाई जानने में मदद दी
“फोटो-ड्रामा ऑफ क्रिएशन” का छोटा रूप दूर-दराज़ इलाकों में दिखाया जा सकता था, वह भी बगैर बिजली के।