न्यायियों 7:1-25
7 फिर यरुब्बाल यानी गिदोन+ और उसके सब आदमी सुबह-सुबह उठे और उन्होंने ‘हरोद के सोते’ के पास डेरा डाला। मिद्यानियों की छावनी उनके उत्तर में मोरे पहाड़ी के पास घाटी में थी।
2 यहोवा ने गिदोन से कहा, “तेरे साथ बहुत ज़्यादा आदमी हैं। अगर मैंने मिद्यानियों को तुम्हारे हाथ कर दिया,+ तो इसराएली शायद डींगें मारें और मुझसे कहें, ‘हमने अपने दम पर जीत हासिल की है।’+
3 इसलिए जा और अपने आदमियों के सामने घोषणा कर, ‘तुममें से अगर कोई युद्ध में जाने से डर रहा है, तो वह अपने घर लौट जाए।’”+ यह घोषणा करके गिदोन ने उनको परखा और 22,000 आदमी घर लौट गए, सिर्फ 10,000 आदमी रह गए।
4 यहोवा ने गिदोन से कहा, “अब भी तेरे पास बहुत ज़्यादा आदमी हैं। ऐसा कर कि तू इन्हें नीचे पानी की धारा के पास ले जा और वहाँ मैं इन आदमियों को छाटँने में तेरी मदद करूँगा। जिसके बारे में मैं कहूँ कि वह तेरे साथ जाएगा, तू उसे ले जाना और जिसके बारे में कहूँ कि वह तेरे साथ नहीं जाएगा, तू उसे मत ले जाना।”
5 तब गिदोन अपने आदमियों को नीचे धारा के पास ले गया।
यहोवा ने गिदोन से कहा, “जितने भी आदमी चुल्लू से पानी पीते वक्त चारों ओर नज़र रखेंगे,* उन्हें तू एक तरफ कर देना। और जो घुटनों के बल बैठेंगे और सीधे धारा में मुँह डालकर पीएँगे, उन्हें तू दूसरी तरफ कर देना।”
6 उन सबमें से सिर्फ 300 लोग ऐसे निकले जिन्होंने चुल्लू से पानी पीया जबकि बाकी आदमियों ने घुटनों के बल बैठकर धारा में मुँह डालकर पीया।
7 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, “इन्हीं 300 आदमियों के हाथों मैं इसराएल को बचाऊँगा और मिद्यानियों को तुम लोगों के हवाले कर दूँगा।+ बाकी आदमियों को तू घर भेज दे।”
8 इसलिए गिदोन ने उन 300 आदमियों को अपने साथ रखा और बाकियों को घर भेज दिया। बाकी सैनिकों से उन्होंने खाने-पीने का सामान और नरसिंगे ले लिए। उनके दुश्मन मिद्यानी, नीचे घाटी में डेरा डाले हुए थे।+
9 रात को यहोवा ने गिदोन से कहा, “मिद्यानियों की छावनी पर हमला करने के लिए तैयार हो जा क्योंकि मैंने उनको तेरे हवाले कर दिया है।+
10 लेकिन अगर तू हमला करने से डर रहा है, तो अपने सेवक पूराह के साथ नीचे दुश्मनों की छावनी में जा
11 और सुन कि वे आपस में क्या बातें कर रहे हैं। तब तेरे अंदर उनसे लड़ने की हिम्मत आ जाएगी।” गिदोन अपने सेवक पूराह के साथ मिद्यानियों की छावनी के पास गया।
12 मिद्यानी, अमालेकी और पूर्वी देशों के लोगों+ से घाटी ऐसी भरी थी मानो वहाँ टिड्डियों का झुंड उतर आया हो। और उनके ऊँटों की गिनती समुंदर किनारे की बालू के किनकों की तरह अनगिनत थी।+
13 जब गिदोन दुश्मन की छावनी के पास गया, तो एक आदमी अपने साथी को अपना सपना बता रहा था। उसने कहा, “मैंने सपने में जौ की एक गोल रोटी देखी जो लुढ़कती हुई मिद्यानियों की छावनी की तरफ आ रही थी। वह आकर तंबू से ऐसी टकरायी कि पूरा तंबू पलट गया।+ ज़रा सोचो, एक रोटी से पूरा-का-पूरा तंबू गिरकर सपाट हो गया।”
14 उसके साथी ने कहा, “यह रोटी कुछ और नहीं गिदोन की तलवार है,+ उसी इसराएली की जो योआश का बेटा है। परमेश्वर ने मिद्यानियों और पूरी छावनी को उसके हाथ कर दिया है।”+
15 जैसे ही गिदोन ने वह सपना सुना और उसका मतलब जाना,+ उसने झुककर परमेश्वर को दंडवत किया। इसके बाद वह इसराएल की छावनी में लौट आया। उसने इसराएलियों से कहा, “तैयार हो जाओ क्योंकि यहोवा ने मिद्यानियों को तुम्हारे हाथ कर दिया है।”
16 गिदोन ने 300 आदमियों को तीन दलों में बाँटा और हरेक को एक-एक नरसिंगा+ और एक-एक मटका दिया जिसके अंदर मशाल थी।
17 फिर उसने कहा, “तुम मुझ पर ध्यान देना और जैसा मैं करूँ, ठीक वैसा करना। जब मैं दुश्मनों की छावनी के पास जाऊँ, तो तुम भी मेरे पीछे आना।
18 जब मैं और मेरे साथी नरसिंगे फूँकें तो तुम जो छावनी के चारों तरफ खड़े रहोगे, तुम भी नरसिंगे फूँकना और ज़ोर से चिल्लाना, ‘यह युद्ध यहोवा का है! गिदोन का है!’”
19 अब रात का दूसरा पहर* शुरू हुआ और मिद्यानियों के पहरा देनेवाले आदमी बदले गए। उसी वक्त, गिदोन के साथ उसके 100 आदमी मिद्यानियों की छावनी के पास आए। उन्होंने ज़ोर से अपने नरसिंगे फूँके+ और मटके फोड़े।+
20 इस तरह, तीनों दलों ने नरसिंगे फूँके और मटके फोड़े। वे बाएँ हाथ में मशाल और दाएँ हाथ में नरसिंगा लिए ज़ोरदार आवाज़ में चिल्लाए, “यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार!”
21 गिदोन का हर आदमी छावनी के चारों तरफ अपनी-अपनी जगह खड़ा रहा। दुश्मन की पूरी सेना चिल्लाती हुई इधर-उधर भागने लगी।+
22 इस दौरान, गिदोन के 300 आदमी नरसिंगे फूँकते रहे और यहोवा ने ऐसा किया कि दुश्मन सैनिक एक-दूसरे पर ही तलवार चलाने लगे।+ दुश्मन सेना भागते-भागते सरेरा की तरफ बेत-शित्ता पहुँची और फिर वहाँ से आबेल-महोला+ की सरहद तक गयी, जो तब्बात के नज़दीक है।
23 तब नप्ताली, आशेर और मनश्शे के पूरे गोत्र+ से और भी इसराएलियों को बुलाया गया और उन्होंने मिलकर मिद्यानियों का पीछा किया।
24 गिदोन ने एप्रैम के पहाड़ी प्रदेश में सभी जगह दूत भेजे और कहा, “इससे पहले कि मिद्यानी बेतबारा के सोतों और यरदन के घाटों पर पहुँचें, तुम जाकर वहाँ तैनात हो जाओ ताकि वे भाग न पाएँ।” तब एप्रैम के सभी आदमी इकट्ठा हुए और वे यरदन के घाटों और बेतबारा के सोतों पर तैनात हो गए।
25 उन्होंने मिद्यानियों के दो हाकिमों को भी पकड़ लिया, एक का नाम था ओरेब और दूसरे का ज़ाएब। उन्होंने ओरेब को एक बड़ी चट्टान पर मार डाला, जो आगे चलकर ओरेब की चट्टान कहलायी।+ और ज़ाएब को उन्होंने अंगूर रौंदनेवाले हौद में मार डाला, जो बाद में ज़ाएब के हौद के नाम से जाना गया। इसराएली मिद्यानियों का पीछा करते रहे।+ और यरदन के इलाके में जब वे गिदोन के पास आए, तो अपने साथ ओरेब और ज़ाएब का सिर लाए।