भजन 121:1-8
चढ़ाई का गीत।
121 मैं पहाड़ों+ की तरफ अपनी नज़रें उठाता हूँ।
मुझे कहाँ से मदद मिलेगी?
2 मुझे मदद यहोवा से मिलती है,+जो आकाश और धरती का बनानेवाला है।
3 वह तेरा पैर कभी फिसलने* न देगा।+
तेरी हिफाज़त करनेवाला परमेश्वर कभी नहीं ऊँघेगा।
4 देख! इसराएल की हिफाज़त करनेवाला परमेश्वरन कभी ऊँघेगा, न कभी सोएगा।+
5 यहोवा तेरी हिफाज़त कर रहा है।
यहोवा तेरे दायीं तरफ रहकर+ तुझे आड़ देता है।+
6 न दिन को सूरज,न रात को चाँद तुझ पर वार करेगा।+
7 यहोवा तुझे हर खतरे से बचाएगा,+
वह तेरी जान की हिफाज़त करेगा।+
8 यहोवा तेरे हर काम में* तेरी हिफाज़त करेगा,अब से सदा तक करता रहेगा।