भजन 121:1-8

चढ़ाई का गीत। 121  मैं पहाड़ों+ की तरफ अपनी नज़रें उठाता हूँ। मुझे कहाँ से मदद मिलेगी?   मुझे मदद यहोवा से मिलती है,+जो आकाश और धरती का बनानेवाला है।   वह तेरा पैर कभी फिसलने* न देगा।+ तेरी हिफाज़त करनेवाला परमेश्‍वर कभी नहीं ऊँघेगा।   देख! इसराएल की हिफाज़त करनेवाला परमेश्‍वरन कभी ऊँघेगा, न कभी सोएगा।+   यहोवा तेरी हिफाज़त कर रहा है। यहोवा तेरे दायीं तरफ रहकर+ तुझे आड़ देता है।+   न दिन को सूरज,न रात को चाँद तुझ पर वार करेगा।+   यहोवा तुझे हर खतरे से बचाएगा,+ वह तेरी जान की हिफाज़त करेगा।+   यहोवा तेरे हर काम में* तेरी हिफाज़त करेगा,अब से सदा तक करता रहेगा।

कई फुटनोट

या “लड़खड़ाने।”
शा., “तेरे बाहर जाने और अंदर आने में।”

अध्ययन नोट

तसवीर और ऑडियो-वीडियो