यहेजकेल 12:1-28
12 यहोवा का संदेश एक बार फिर मेरे पास पहुँचा। उसने मुझसे कहा,
2 “इंसान के बेटे, तू जिन लोगों के बीच रहता है वे बगावती घराने के लोग हैं। उनकी आँखें तो हैं मगर वे देखते नहीं, उनके कान तो हैं मगर सुनते नहीं+ क्योंकि वे बगावती घराने के लोग हैं।+
3 इंसान के बेटे, तू बँधुआई में जाने के लिए सामान बाँध ले और दिन के वक्त जब लोग तुझे देख रहे हों तब अपना सामान लेकर ऐसे निकल जैसे तू बँधुआई में जा रहा है। तू लोगों के देखते अपने घर से किसी और जगह बँधुआई में जा। हालाँकि वे बगावती घराने के लोग हैं, फिर भी हो सकता है वे तुझ पर ध्यान दें।
4 तू बँधुआई का सामान लेकर लोगों के देखते दिन के वक्त बाहर निकल और शाम को उनके देखते ऐसे निकल मानो तुझे बंदी बनाकर ले जाया जा रहा है।+
5 तू लोगों के देखते दीवार में एक छेद कर और अपनी चीज़ें लेकर छेद में से उस पार निकल जा।+
6 जब अँधेरा होगा तब तू उनके देखते अपनी चीज़ें कंधे पर रखकर निकल जा। तू अपना चेहरा ढक ले ताकि तू ज़मीन को न देख सके क्योंकि मैंने तुझे इसराएल के घराने के लिए एक चिन्ह ठहराया है।”+
7 मैंने ठीक वैसे ही किया जैसे मुझे आज्ञा दी गयी थी। दिन के वक्त मैंने अपना सामान निकाला जैसे कोई बँधुआई में जाने के लिए सामान निकालता है। और शाम को मैंने अपने हाथ से दीवार में छेद किया। जब अँधेरा हुआ तो मैंने अपना सामान उठाया और कंधे पर रखकर लोगों के देखते निकल पड़ा।
8 सुबह होने पर यहोवा का संदेश एक बार फिर मेरे पास पहुँचा। उसने मुझसे कहा,
9 “इंसान के बेटे, इसराएल के बगावती घराने के लोगों ने तुझसे पूछा है कि तू क्या कर रहा है।
10 तू उनसे कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, “यह संदेश यरूशलेम शहर में रहनेवाले प्रधान+ और इसराएल के पूरे घराने के बारे में है।”’
11 तू उनसे कहना कि तू उनके लिए एक चिन्ह है+ और जैसा तूने किया है वैसा ही उनके साथ किया जाएगा। उन्हें बंदी बनाकर दूर देश भेज दिया जाएगा।+
12 जो उनका प्रधान है वह अपना सामान कंधे पर रखकर अँधेरे में निकलेगा। वह दीवार में एक छेद करेगा और अपना सामान लेकर छेद में से उस पार निकलेगा।+ वह अपना चेहरा ढक लेगा इसलिए वह ज़मीन नहीं देख सकेगा।
13 मैं उस पर अपना जाल डालूँगा और वह उसमें फँस जाएगा।+ फिर मैं उसे कसदियों के देश बैबिलोन ले जाऊँगा, मगर वह उस देश को नहीं देखेगा और वहीं मर जाएगा।+
14 उसके सभी सहायकों और सैनिकों को, जो उसके आस-पास रहते हैं, मैं चारों दिशाओं में तितर-बितर कर दूँगा।+ और मैं तलवार खींचकर उनका पीछा करूँगा।+
15 जब मैं उन्हें अलग-अलग देशों में बिखरा दूँगा और वहाँ तितर-बितर कर दूँगा तो उन्हें जानना होगा कि मैं यहोवा हूँ।
16 मगर मैं उनमें से कुछ लोगों को छोड़ दूँगा। वे तलवार, अकाल और महामारी की मार से बच जाएँगे ताकि वे जिन राष्ट्रों में जाएँगे, वहाँ लोगों को बता सकें कि उन्होंने कैसे-कैसे घिनौने काम किए थे। तब उन्हें जानना होगा कि मैं यहोवा हूँ।”
17 यहोवा का संदेश एक बार फिर मेरे पास पहुँचा। उसने मुझसे कहा,
18 “इंसान के बेटे, तू डरते-काँपते हुए अपनी रोटी खाना और बड़ी परेशानी और चिंता में डूबे हुए पानी पीना।+
19 तू देश के लोगों से कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा इसराएल देश के यरूशलेम के निवासियों से कहता है, “वे गहरी चिंता में डूबे हुए अपनी रोटी खाएँगे और खौफ में जीते हुए पानी पीएँगे क्योंकि देश में रहनेवालों ने जो मार-काट मचा रखी है, उसकी वजह से उनका देश पूरी तरह उजाड़ दिया जाएगा।+
20 जो शहर लोगों से आबाद हैं, वे उजाड़ दिए जाएँगे और देश की पूरी ज़मीन बंजर हो जाएगी।+ तब तुम्हें जानना होगा कि मैं यहोवा हूँ।”’”+
21 यहोवा का संदेश एक बार फिर मेरे पास पहुँचा। उसने मुझसे कहा,
22 “इंसान के बेटे, इसराएल में यह कैसी कहावत चली है, ‘दिन गुज़रते जा रहे हैं पर एक भी दर्शन पूरा नहीं हुआ’?+
23 इसलिए तू उनसे कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, “मैं इस कहावत का अंत कर दूँगा ताकि इसराएल में यह फिर कभी लोगों की ज़बान पर न आए।”’ और तू उनसे कहना, ‘वे दिन बहुत करीब हैं+ जब एक-एक दर्शन पूरा होगा।’
24 इसके बाद फिर कभी इसराएल के घराने में कोई भी झूठा दर्शन या चिकनी-चुपड़ी बातों की* भविष्यवाणी नहीं सुनी जाएगी।+
25 ‘“क्योंकि मैं यहोवा बात करूँगा और मैं जो कुछ कहूँगा वह बिना देरी के पूरा हो जाएगा।+ बगावती घराने के लोगो, मैं तुम्हारे जीते-जी+ अपनी बात कहूँगा और उसे पूरा भी करूँगा।” सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।’”
26 यहोवा का संदेश एक बार फिर मेरे पास पहुँचा। उसने मुझसे कहा,
27 “इंसान के बेटे, इसराएल के लोगों* का कहना है, ‘यह आदमी जो दर्शन देखता है वह एक अरसे बाद जाकर पूरा होगा और इसकी भविष्यवाणियाँ बहुत समय बाद पूरी होंगी।’+
28 इसलिए तू उनसे कहना, ‘सारे जहान का मालिक यहोवा कहता है, “‘मेरी किसी भी बात के पूरे होने में देर नहीं होगी। मैं जो कहता हूँ वह होकर ही रहेगा।’ सारे जहान के मालिक यहोवा का यह ऐलान है।”’”