दूसरा शमूएल 9:1-13
9 फिर दाविद ने पूछा, “क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है? अगर कोई है तो मैं योनातान की खातिर उस पर कृपा* करना चाहता हूँ।”+
2 शाऊल के घराने में सीबा नाम का एक सेवक था।+ उसे राजा दाविद के पास बुलाया गया और दाविद ने उससे पूछा, “क्या तू सीबा है?” उसने कहा, “हाँ, मैं तेरा सेवक सीबा हूँ।”
3 राजा ने उससे पूछा, “क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है? मैं उस पर कृपा* करना चाहता हूँ, ठीक जैसे परमेश्वर करता है।” सीबा ने राजा से कहा, “योनातान का एक बेटा ज़िंदा है। वह दोनों पैरों से लाचार* है।”+
4 राजा ने कहा, “वह कहाँ है?” सीबा ने कहा, “वह लो-देबार में रहता है, अम्मीएल के बेटे माकीर के घर में।”+
5 राजा दाविद ने फौरन अपने आदमियों को लो-देबार में अम्मीएल के बेटे माकीर के घर भेजा और वे योनातान के बेटे को वहाँ से ले आए।
6 जब योनातान का बेटा और शाऊल का पोता मपीबोशेत, दाविद के पास आया तो उसने राजा के सामने मुँह के बल गिरकर उसे प्रणाम किया। दाविद ने उससे कहा, “मपीबोशेत!” उसने कहा, “क्या आज्ञा मालिक?”
7 दाविद ने उससे कहा, “घबरा मत। मैं तेरे पिता योनातान की खातिर ज़रूर तेरे साथ कृपा* से पेश आऊँगा।+ मैं तेरे दादा शाऊल की सारी ज़मीन तुझे लौटा दूँगा और तू सदा मेरी मेज़ पर खाया करेगा।”+
8 यह सुनते ही मपीबोशेत ने ज़मीन पर गिरकर दाविद को प्रणाम किया और उससे कहा, “तेरा यह सेवक तो कुछ भी नहीं है। मैं बस एक मरे हुए कुत्ते के समान हूँ,+ फिर भी तूने मुझ पर ध्यान दिया है।”
9 फिर राजा ने शाऊल के सेवक सीबा को बुलवाया और उससे कहा, “तेरे मालिक शाऊल और उसके घराने का जो कुछ है वह सब मैं शाऊल के इस पोते को दे रहा हूँ।+
10 तू, तेरे बेटे और तेरे दास इसकी ज़मीन जोतेंगे और उसकी उपज बटोरकर तेरे मालिक के इस पोते को दिया करेंगे ताकि इसके घराने को भोजन मिलता रहे। मगर जहाँ तक तेरे मालिक के पोते मपीबोशेत की बात है वह सदा मेरी मेज़ पर खाया करेगा।”+
सीबा के 15 बेटे और 20 दास थे।+
11 सीबा ने राजा से कहा, “मेरे मालिक, तू अपने सेवक को जो-जो करने की आज्ञा देगा वह सब मैं करूँगा।” इसलिए मपीबोशेत दाविद की* मेज़ पर खाने लगा जैसे राजा के बेटे खाया करते थे।
12 मपीबोशेत का एक छोटा बेटा था जिसका नाम मिका था।+ सीबा के घर में जितने लोग रहते थे मपीबोशेत के सेवक बन गए।
13 मपीबोशेत यरूशलेम में रहने लगा और वह राजा की मेज़ से खाया करता था।+ वह दोनों पैरों से लाचार था।+