परिचय
बाइबल, परमेश्वर की लिखवायी एक पवित्र किताब है और इसके ज़रिए वह हम सबसे बात करता है। परमेश्वर को जानने के लिए बाइबल का अध्ययन करना ज़रूरी है। (यूहन्ना 17:3; 2 तीमुथियुस 3:16) बाइबल में परमेश्वर ने बताया है कि इंसान और धरती के लिए उसका क्या मकसद है।—उत्पत्ति 3:15; प्रकाशितवाक्य 21:3, 4.
बाइबल के जैसी और कोई किताब नहीं जो लोगों की ज़िंदगी पर गहरा असर करती हो। यह हमें बढ़ावा देती है कि हम यहोवा की तरह प्यार, करुणा और दया दिखाएँ। यह लोगों में उम्मीद जगाती है और उन्हें बड़ी-से-बड़ी मुश्किल को सहने की ताकत देती है। यह दुनिया की उन बातों का परदाफाश करती है जो परमेश्वर की मरज़ी के खिलाफ हैं।—भजन 119:105; इब्रानियों 4:12; 1 यूहन्ना 2:15-17.
बाइबल इब्रानी, अरामी और यूनानी भाषा में लिखी गयी थी। पूरी बाइबल का या उसके कुछ हिस्सों का 3,000 से ज़्यादा भाषाओं में अनुवाद किया गया है। इतनी ज़्यादा भाषाओं में अब तक किसी भी किताब का अनुवाद नहीं हुआ है। इतना ही नहीं, बाइबल अब तक की सबसे ज़्यादा बाँटी गयी किताब है। बाइबल के बारे में यह उम्मीद करना सही भी है, क्योंकि इसमें भविष्यवाणी की गयी थी: “राज [जो बाइबल का खास संदेश है] की इस खुशखबरी का सारे जगत में प्रचार किया जाएगा ताकि सब राष्ट्रों को गवाही दी जाए और इसके बाद अंत आ जाएगा।”—मत्ती 24:14.
हम इस बात को समझते हैं कि बाइबल का संदेश बहुत खास है। इसलिए हमने ऐसा अनुवाद तैयार करने की कोशिश की है जो न सिर्फ मूल पाठ के मुताबिक हो, बल्कि पढ़ने में आसान हो और साफ समझ आए। इस अनुवाद में कुछ अतिरिक्त लेख भी हैं, “बाइबल के अनुवाद के सिद्धांत,” “इस संस्करण की खासियतें” और “बाइबल हम तक कैसे पहुँची।” इनमें समझाया गया है कि यह अनुवाद किन सिद्धांतों के आधार पर तैयार किया गया है और इसकी कुछ खासियतें क्या हैं।
जो लोग यहोवा परमेश्वर से प्यार करते हैं और उसकी उपासना करते हैं, वे उसके वचन का ऐसा अनुवाद पढ़ना चाहेंगे जो बिलकुल सही हो और समझने में आसान हो। (1 तीमुथियुस 2:4) इसलिए हमारी कोशिश है कि नयी दुनिया अनुवाद ज़्यादा-से-ज़्यादा भाषाओं में निकाला जाए और यही वजह है कि हमने हिंदी में यह अनुवाद तैयार किया है। प्यारे पाठक, हम उम्मीद करते हैं और हमारी प्रार्थना है कि ‘परमेश्वर को ढूँढ़ने और उसे पाने’ में पवित्र शास्त्र का यह अनुवाद ज़रूर आपकी मदद करेगा।—प्रेषितों 17:27.
नयी दुनिया बाइबल अनुवाद समिति