प्रकाशन कैसे दें
ईश्वर इस धरती के हालात कैसे बदलेगा? (T-36)
सवाल कीजिए: क्या आप मानते हैं कि कभी ऐसा वक्त आएगा जब मौत, दर्द और आँसू नहीं रहेंगे? [अगर घर-मालिक को दिलचस्पी हो तो बात जारी रखिए।] ज़रा परमेश्वर के इस वादे पर ध्यान दीजिए।
आयत पढ़िए: प्रक 21:3, 4
कहिए: इस परचे में और भी जानकारी दी गयी है।
ईश्वर इस धरती के हालात कैसे बदलेगा? (T-36)
सवाल कीजिए: क्या आप जानना चाहते हैं कि कौन इस दुनिया पर सबसे बढ़िया हुकूमत लाएगा? [अगर घर-मालिक को दिलचस्पी हो तो आयत पढ़िए।]
आयत पढ़िए: दान 2:44
कहिए: इस परचे में समझाया गया है कि परमेश्वर का राज आपके लिए क्या-क्या करेगा।
स्मारक का निमंत्रण
कहिए: हम लोगों को एक खास निमंत्रण दे रहे हैं। [निमंत्रण पत्र दीजिए।] ग्यारह अप्रैल को पूरी दुनिया में लाखों लोग यीशु की मौत के दिन को याद करने के लिए इकट्ठा होंगे। इस मौके पर एक भाषण होगा जिसमें बताया जाएगा कि यीशु की मौत से हमें क्या फायदा हो सकता है। यह कार्यक्रम कब और कहाँ होगा, यह परचे में दिया गया है। इसमें आने के लिए कोई पैसे नहीं लिए जाएँगे। ज़रूर आइएगा।
आप इन्हें कैसे देंगे
प्रकाशन देने के जो तरीके ऊपर बताए गए हैं, उनको ध्यान में रखकर सोचिए कि आप अपने तरीके से प्रकाशन कैसे देंगे।